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कॉफी के बारे में पूरी जानकारी – coffee ke fayde or nuksan in hindi
दोस्तों भारत में अगर चाय के बाद कोई दूसरी चीज सबसे ज्यादा पी जाती हैं तो वो है कॉफ़ी और सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कॉफ़ी को खूब पिया जाता हैं आप इस बात से अंदाजा लगा सकते कि दुनियाभर में करीब रोजाना 2 बिलियन यानि लगभग 200 करोड़ कप कॉफ़ी पी जाती हैं।
आज के दिन कॉफी एक बहुत ही कंट्रोवर्शियल चीज है कॉफी को लेकर हमेशा नई नई बातें सामने आती रहती हैं कॉफ़ी पिने के काफी सारे फायदे हैं लेकिन साथ ही इसके कुछ नुक्सान भी देखे जा सकते हैं।
तो आज की इस पोस्ट में हम यहीं जानेगे कि कॉफ़ी क्या हैं कैसे इस्तेमाल करें कॉफ़ी के फायदे और नुक्सान और साथ ही कॉफ़ी को लेकर काफी सारे मिथ्स हैं जिन्हें मैं आज क्लियर करने वाला हूँ तो जानने के लिए पढ़ते रहिये इस पोस्ट को।
कॉफी क्या है – what is coffee in hindi
कॉफी को कॉफिया अरेबिका (Coffea Arabica) नाम के पेड़ पर लगने वाले फल से तैयार किया जाता है। इस पेड़ पर लगने वाली फलियों के बीजो को भूनकर और पीसकर कॉफी पाउडर बनता है।
कॉफी की खोज किसने की – coffee ki khoj kisne ki thi
कहा जाता हैं कि इथियोपिया में रहना वाला कालडी नाम का एक व्यक्ति जब अपनी बकरियों को चराने के लिए जंगल की तरफ जाता है तो उसने वहां लाल रंग का एक फल देखा जिसे खाकर उसकी बकरीया ज्यादा एक्टिव होकर इधर उधर उछल कूद रही हैं यह देखकर उस व्यक्ति ने वह फल खुद खाकर देखा और महसूस किया कि वह पहले से ज्यादा एक्टिव और एनर्जेटिक फील कर रहा हैं और इसी तरह से कॉफ़ी की खोज हुई।
कॉफी पीने के फायदे क्या है – coffee pine ke fayde in hindi
बात करें अगर कॉफ़ी के फायदे के बारे में तो अगर इसे सही तरीके और सही ढंग से पिया जाये तो इसके काफी सारे फायदे हैं लेकिन कॉफ़ी का एक सबसे मेन बेनिफिट हैं और जिसके लिए इसे पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पिया जाता हैं वह मेंटल अलर्टनेस।
दिमाग और शरीर की एनर्जी बढ़ाने के लिए कॉफी के फायदे – coffee ke fayde in hindi
कॉफ़ी पिने से आपका दिमाग पहले से ज्यादा एक्टिव हो जाता हैं आपकी सुस्ती और नींद जैसे गायब ही हो जाती हैं आप अपनी बॉडी में फिर से एनर्जी महसूस करने लगते हैं यानि एक चार्ज फील करने लगते हैं और ये सब होता हैं कॉफ़ी में मौजोद कैफीन के कारण।
कैफीन ही हैं जो आपके दिमाग की अलर्टनेस को बढ़ता हैं कैफीन दिमाग में एडेनोसाइन रिसेप्टर्स को एक्टिव किए बिना कनेक्ट करके आपको जागते रहने में मदद करता है। यह एडेनोसाइन के प्रभाव को रोकता है, जिससे थकान कम हो जाती है।
यह ब्लड एड्रेनालाईन के लेवल को भी बढ़ा सकता है न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन और नॉरपेनेफ्रिन की माइंड एक्टिविटी को बढ़ा देता है। और इसी कारण आप कॉफ़ी को पिने के बाद किसी भी काम को करने में अच्छे से ध्यान लगा पाते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट के लिए कॉफी के फायदे – coffee ke fayde in hindi
कॉफ़ी के बाद कैफीन चाय में सबसे ज्यादा पाया जाता हैं और पूरी दुनिया में लगभग 80% लोग किसी न किसी तरह से कैफीन का सेवन कर रहे हैं कॉफी में पॉलीफेनोल और दूसरे कई एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो बॉडी में बनने वाले फ्री रेडिकल से बखूबी लड़ते हैं और बॉडी को ओवरआल इमप्रोवे करने का काम करते हैं।
लीवर के लिए कॉफी के फायदे – coffee ke fayde in hindi
कॉफी में कुछ फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी पाए जाते हैं जोकि लीवर से जुडी समस्याओ को कम करने में मदद करते हैं ऐसा लगता है कि नियमित और डिकैफ़िनेटेड कॉफ़ी दोनों का आपके लीवर पर सुरक्षात्मक प्रभाव पड़ता है। शोध से पता चलता है कि जो लोग कॉफी नहीं पीते हैं उनकी तुलना में कॉफी पीने वालों में लीवर एंजाइम का स्तर स्वस्थ सीमा के भीतर होने की संभावना अधिक होती है।
वजन कम करने के लिए कॉफी के फायदे – coffee ke fayde in hindi
वजन कम करने के लिए भी कॉफ़ी का यूज़ किया जा सकता हैं क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करके फैट बर्नर की तरह भी काम करता है लेकिन वेट लोस में इसका इस्तेमाल बिना चीनी और दूध के लिया जाता हैं यानि ब्लैक कॉफ़ी जिसमे कॉफ़ी के अलावा ओर कुछ ना डाला गया हो।
पार्किंसंस और अल्जाइमर जैसी डिजीज में कॉफी के फायदे – coffee ke fayde in hindi
कॉफ़ी आपको पार्किंसंस और अल्जाइमर जैसी डिजीज से भी बचा सकती हैं ये दोनों डिजीज आपके ब्रेन न्यूरॉन्स की वजह से होती हैं। इसमें आपके ब्रेन के न्यूरॉन्स डेमेज हो सकते हैं लेकिन स्टडीज से पता चला है जो लोग रोजाना कॉफ़ी का सेवन करते हैं उनमे 70% कम चांस हैं इन डिजीज के होने के।
डिप्रेशन में कॉफी के फायदे – coffee ke fayde in hindi
कॉफ़ी आपको डिप्रेशन से भी बचाता हैं स्टडीज में देखा गया हैं कि जो लोग रोजाना कॉफ़ी पीते हैं उनमे डिप्रेशन के चांस काफी कम होते हैं और उनकी दिमाग में सुसाइड करने के ख्याल नहीं आते मुकाबले उनके जो लोग कॉफ़ी नहीं पीते।
कॉफी पीने के अन्य फायदे – coffee pine ke fayde in hindi
- शोध से पता चला है कि यदि 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग कॉफी पीते हैं, तो उनका दिमाग अन्य उम्र के लोगों की तुलना में तेज चलता है।
- दिन में 1 से 6 कप कॉफी का सेवन करने से आपकी एकाग्रता की शक्ति बढ़ती है।
- कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने और उनकी रक्षा करने का काम करते हैं।
- कॉफी में क्लोरोजेनिक एसिड (सीएलए) होता है जो आंखों की क्षति को रोकने में मदद करता है। यह एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है और आंखों पर खिंचाव को भी कम करता है।
- लीवर की बीमारियों के लिए भी कॉफी का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। एक अध्ययन से पता चला है कि कॉफी का सेवन करने वाले 80% लोगों में लीवर की बीमारी कम हो गई थी।
- जर्नल ऑफ़ पेन द्वारा मार्च 2007 में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि दो कप कॉफी का सेवन करने से कसरत के बाद की मांसपेशियों में दर्द से राहत मिल सकती है।
कॉफी पीने के नुकसान क्या है – coffee pine ke nuksan in hindi
ये तो हो गए कॉफ़ी के फायदे लेकिन अगर इसके नुकसान के बारे में बात करें तो इसके काफी सारे साइड इफ़ेक्ट देखे जा सकते हैं तो आइये जानते है कॉफ़ी पिने के क्या नुकसान हैं।
एंग्जाइटी और स्लीप डिस्टरबेंस है कॉफी के नुकसान – coffee ke nuksan in hindi
इसका सबसे पहला और मेन साइड इफ़ेक्ट हैं एंग्जाइटी और स्लीप डिस्टरबेंस यानि चिड़चिड़ापन घबराहट चिंता या नींद ना आना जैसी समस्याए हो सकती हैं यह कॉफ़ी पिने का एक सबसे कॉमन साइड इफ़ेक्ट हैं।
कॉफी एडिक्टिव होती है कॉफी के नुकसान – coffee ke nuksan in hindi
दूसरा कॉफ़ी को एडिक्टिव बताया गया हैं इतना कि केफीन कोकीन के जितनी एडिक्टिव हो सकती हैं हमारे दिमाग में एक एडेनोसाइन नाम का हार्मोन होता हैं जो एक न्यूरोट्रांसमीटर की तरह काम करता हैं हमारे दिमाग में कुछ रिसेप्टर्स होते हैं और जब हमारा दिमाग थकने लगता हैं तो एडेनोसाइन हार्मोन इन रिसेप्टर्स से चिप्पकर हमें हलकी नींद और सुस्ती के रूप में इशारा देता हैं कि हमारे दिमाग को आराम की जरुरत हैं।
लेकिन जब हम ऐसे में आराम करने की वजय कॉफ़ी पीते हैं तो कॉफ़ी में मौजूद कैफीन हमारे दिमाग तक पहुचकर एडेनोसाइन हार्मोन को रिसेप्टर्स से चिप्क्कने से रोक देता हैं और खुद उस रिसेप्टर्स से जाकर चिपक जाता हैं जिससे दिमाग को थके होने का सिग्नल ही नहीं मिल पता इसलिए सुस्ती गायब हो जाती हैं और अच्छा महसूस होने लगता हैं।
और फिर जब धीरे धीरे कॉफ़ी का असर ख़तम होता हैं तो फिर से एडेनोसाइन हार्मोन रिसेप्टर्स से आकर चिपक जाता हैं जिससे आपको फिर से सुस्ती महसूस होने लगती हैं और वापस से शरीर मर एनर्जी लाने के लिए फिर से आपको कॉफ़ी पिने का मन करने लगता हैं ऐसा करके हम अपने थके हुए दिमाग को फिर से काम कराने के लिए बेवकूफ बनाते हैं।
लेकिन कुछ हप्ते या महीने बाद हमारे दिमाग को इस टेक्निक का पता चल जाता हैं इसलिए दिमाग रिसेप्टर्स की संख्या को बढ़ा लेता हैं क्योंकि अब आपके दिमाग में सुस्ती महसूस कराने वाले रिसेप्टर्स की संख्या ज्यादा हैं तो अब आपको दिमाग को बेवकूफ बनाने के लिए कॉफ़ी की मात्रा भी बढानी पड़ती हैं।
और यहीं कारण हैं कि लोग शुरुआत तो एक कप कॉफ़ी से करते हैं लेकिन कब यह कॉफ़ी एक कप से दो कप दो कप और तीन कप से चार कप तक बढ़ जाती हैं आपको पता भी नहीं चलता और इसी तरह लोग कॉफ़ी के कपों को बढाते ही जाते हैं और फिर एक समय ऐसा आता हैं कि आपको हर तीन चार घंटे में कॉफ़ी चाहिए ही चाहिए।
कॉफी एसिटिक होती हैं कॉफी के नुकसान – coffee ke nuksan in hindi
और क्या आप जानते हैं कि कॉफ़ी एसिटिक होती हैं जो पेट में एसिड बढाने का काम करती हैं जो लोग सुबह खली पेट कॉफ़ी पीते हैं उन्हें सिने में जलन और एसिडिटी जैसे समस्याओं को फेस करना पड़ सकता हैं इसलिए कॉफ़ी और चाय को सुबह खाली पेट नहीं पीना चाहिए।
जब अप एक कप कॉफ़ी पीते हैं तो उसका असर आपके शरीर में लगभग 6 घंटे तक रहता हैं इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपकी नींद में कोई दिक्कत ना आये तो आपको शाम 5 के बाद कॉफ़ी नहीं पीनी चाहिए।
दिल की बीमारी का खतरा कॉफी के नुकसान – coffee ke nuksan in hindi
साथ ही कॉफ़ी पिने से आपकी दिल की धड़कन तेज हो जाती हैं एंग्जाइटी लेवल बढ़ता हैं और ब्लड प्रेशर भी हाई होने लगता हैं ये सब शुरुआत में होता हैं लेकिन कुछ दिन बाद यह सब फिर से नार्मल होने लगता हैं क्योंकि बॉडी used to हो जाती हैं लेकिन फिर भी जिन लोगो को Heart disease, High blood pressure or Anxiety जैसी समस्याएं हैं उन्हें कॉफ़ी से दूर ही रहना चाहिए।
कॉफी पीने के अन्य नुकसान – coffee pine ke nuksan in hindi
- अगर आपको कॉफी पीनी ही है तो रोजाना चार कप से ज्यादा कॉफी न पिएं। चार कप से ज्यादा कॉफी पीने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
- कॉफी का ज्यादा सेवन नींद न आने की समस्या को बढ़ा सकता है।
- कॉफी का अत्यधिक सेवन भी घबराहट और दिल की विफलता का डर पैदा करता है।
- गर्भवती महिलाओं को दो कप से ज्यादा कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। कॉफी के अत्यधिक सेवन से गर्भपात, जन्म के समय कम वजन और कई अन्य जन्म दोष होते हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी के अनुसार कॉफी के अत्यधिक सेवन से कैंसर जैसी घातक बीमारी हो सकती है।
- कैफीन के अधिक सेवन से शरीर की नसें कमजोर हो जाती हैं, जिससे घबराहट, निराशा और अवसाद जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
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निष्कर्ष – The Conclusion
दोस्तों आप काफी कंफ्यूज हो गए होंगे कि क्या हमें कॉफ़ी पीनी चाहिए या नहीं तो मेरे हिसाब से आपको कॉफ़ी उतनी ही पीनी चाहिए जितना कि आप जब मन करें इसे छोड़ सके कॉफ़ी सुगर की तरह स्लो एडिक्टिव होता हैं यानि इसकी लत एकदम से नहीं लगती धीरे धीरे लगती हैं इसलिए अगर इसका कभी कभी इस्तेमाल किया जाये तो कॉफ़ी एक बहोत ही अच्छी चीज साबित हो सकती हैं।
जैसे कि अगर आपको एग्जाम टाइम में ज्यादा पढाई करनी हैं तो आप कॉफ़ी पीकर सुस्ती भगा सकते हैं और दिमाग को ज्यादा एक्टिव कर सकते हैं जिससे पढाई में आप ज्यादा फोकस कर सकेंगे इसके अलावा अगर आपको लेट नाईट तक कोई इम्पोर्टेंट काम करना हैं तो यहाँ आप कॉफ़ी का सहारा ले सकते हैं।
साथ ही आप कभी कभी प्रेवोर्कोउट मील की जगह कॉफ़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं यह भी वर्कआउट के दौरान आपकी परफॉर्मेंस को बढ़ाने में मदद करता है और अगर आपको कोइ ऐसा काम करना हैं जहाँ पर आपको ज्यादा अलर्टनेस और एनर्जी की सक्त जरुरत हैं जैसे रनिंग कोई फिजिकल एक्टिविटी या गेम या कोई ओर काम तो आप कॉफ़ी ले सकते हैं यह आपकी परफॉर्मेंस को काफी हद तक बढ़ा देती है
आपको कभी भी टेस्ट या ऐसे ही कॉपी नहीं पीनी चाहिए जब आपको कॉफी की जरूरत महसूस हो तभी पिए आपको कभी भी कॉफी पर डिपेंड नहीं होना है।