जानिए कैसे डिशवॉशिंग डिटर्जेंट स्वास्थ्य को नष्ट कर रहे हैं?

क्या डिशवॉशिंग साबुन चुपके से आपके स्वास्थ्य को नष्ट कर रहे हैं? – How dishwashing detergent harms your health in Hindi

भारतीय घरो में  Dish Wash Loquid, Sopa or Powder के बिना हर रसोई की कहानी अधूरी है, क्योंकि भारतीय घरो में बर्तन धोने के लिए इन्ही का इस्तेमाल किया जाता हैं और आपको यह जानकर हैरानी होगी  कि ये हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।

जबकि इन Dish Washing की एडवरटाइजमेंट में बताया जाता हैं कि इनमे हैं 100 नीबुओ की शक्ति जिससे आपको मिलती हैं कड़ी सफाई 

लेकिन बात आती हैं अगर इनमे 100 नीबुओ की शक्ति हैं तो फिर क्यों ये हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं।

स्टडीज हमें बताती हैं कि इनमे ऐसे केमिकल मौजूद होते हैं जिन्हें सिर्फ आंखों से नहीं देखा जा सकता है और यह मानव शरीर के लिए अधिक हानिकारक हैं। तो आइए जानते हैं डिशवॉशिंग साबुन में नुकसान पहुंचाने वाले कौन से अदृश्य केमिकल डाले जाते हैं।

 

डिशवॉशिंग डिटर्जेंट में ट्राईक्लोसन का प्रयोग – Use of Triclosan in Dishwashing Detergent

डिश वॉश साबुन या लिक्विड ब्रांड अक्सर ट्राइक्लोसन नामक एक active ingredient का उपयोग करते हैं, जो एक antibacterial and antifungal एजेंट है। और यह शाबित हो चूका हैं कि इस केमिकल का बुरा असर हमारी माइटोकॉन्ड्रिया पर पड़ता है – जो हमारे सेल्स का पावरहाउस हैं। 

 

सोडियम लॉरथ सल्फेट (SLES) का उपयोग – Use of Sodium Laureth Sulfate (SLES)

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अधिकांश डिशवॉशिंग साबुन लिक्विड और टॉयलेट क्लीनर दोनों में एक ही तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता हैं जिसका नाम हैं सोडियम लॉरथ सल्फेट, जो आमतौर पर फोमिंग एजेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है यह बर्तनों की सतह को साफ करने में मदद करता है। लेकिन स्टडीज हमें बताती हैं कि इसे हमारी स्किन के सेल्स इसे absorb कर लेते हैं जिससे स्किन पर चकत्ते या एलर्जी हो सकती है।

 

डिशवॉशिंग डिटर्जेंट कितना हानिकारक है?- How harmful is dishwashing detergent?

स्टडीज हमें बताती हैं इन सभी Dishwashing में डाले जाते हैं हार्मफुल  fragrances, colours, sodium salts and preservatives जोकि स्पष्ट रूप से शरीर के लिए खतरनाक हैं। क्योंकि जब आप अपने बर्तनों को इन  Dishwahing से साफ़ करके चलते पानी के निचे धोते हो तो आपके बर्तोनो के कुछ Dishwashing के कण चिपके रह जाते हैं जोकि आखो से दिखाई नहीं देते।

और इस तरह के बर्तनों में रोजाना खाना खाने से आपके शरीर में खाने के साथ बर्तनों में चिपके कुछ केमिकल के कण शरीर में चले जाते हैं और जो लंबे समय में शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।

 

पर्यावरण के लिए हानिकारक – Harmful for environment

Dishwashing में फॉस्फेट का भी उपयोग भी किया जाता हैं, यह डिशवॉशिंग जैल में उपयोग किया जाने वाला एक बहुत ही सामान्य केमिकल हैं लेकिन यह हमारे ecosystem को नुकसान पहुंचता हैं क्योंकी जब आप बर्तन धोने के लिए इस तरह के Dishwash liquid का इस्तेमाल करते हैं तो आपके द्वारा बर्तनों को धोने के लिए इस्तेमाल किया गया पानी जिस निकास से होकर जाता हैं वहां पर शैवाल यानि काई जमा होने लगती हैं जिसका बुरा असर हमारे physical environment पर पड़ता हैं। 

 

डिशवॉशिंग डिटर्जेंट क्या कोई विकल्प है? – Is Dishwashing Detergent an Alternative?

बर्तनों के धोने के लिए मार्किट में कुछ हेल्दी अल्टरनेटिव मौजूद हैं जो विम जैसे हार्मफुल Dishwash liquid से कहीं जयादा बहेतर हैं।   

Rustic art का dishwash liquid एक बेस्ट ऑप्शन हैं इंडियन मार्किट में यह 100% नेचुरल हैं यह बना हैं सेफ इनग्रेडिएंट्स और नेचुरल हेर्ब्स से।

इसके अलावा मार्किट में और भी कई सरे ऑप्शन हैं जैसे SacredEarth Natural Dish Wash Liquid, herbal strategi dishwash liquid और PureCult Dishwash Liquid यह भी सेफ इनग्रेडिएंट्स और नेचुरल हेर्ब्स से बने dishwash liquid हैं। 

Dishwash Liquid के अलावा मार्किट में नेचुरल Dishwash Powder or Soap भी मौजूद हैं मैंने सबसे बेस्ट नेचुरल और एकोफ्रेंडली Dishwash liquid, Soap or powder के लिंक डिस्क्रिप्शन में डाल दिए हैं आप कहां से खरीद सकते हैं।

 

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निष्कर्ष – The Conclusion

तो अगर आप अपने शरीर और इकोसिस्टम को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आज ही इस तरह के Dishwash Liquid or Soap का इस्तेमाल करना बंद करें।

पहले, भारतीय घरों में बर्तन साफ करने के लिए लाल/भूरे रंग की मिट्टी या राख का इस्तेमाल किया जाता था और यह माना जाता था कि प्राकृतिक तत्वों में सभी जीवाणुओं को मारने की शक्ति होती है। लेकिन अगर आप मिटटी का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं तो आप सिरका और नींबू के रस से बर्तनों को साफ़ कर सकते हैं।

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