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व्हे प्रोटीन और केसीन प्रोटीन में अंतर – Whey Protein vs Casein Protein in Hindi
आज हम बात करेंगे व्हे प्रोटीन और केसीन प्रोटीन के बारे में वैसे तो मार्किट में काफी तरह तरह के प्रोटीन मौजूद हैं लेकिन ये दोनों सबसे ज्यादा पोपुलर हैं और इन दोनों में से भी व्हे प्रोटीन सबसे ज्यादा खरीदा जाता हैं।
तो आइये बात करते हैं व्हे प्रोटीन और केसीन प्रोटीन में अंतर, दोनों में क्या डिफरेंस हैं अगर आपको कई एक प्रोटीन खरीदना हैं तो कौन सा ख्रोदना चाहिए कौन सा हैं वैल्यू फॉर मनी।
व्हे प्रोटीन और केसीन प्रोटीन कैसे बनते हैं – How Whey Protein and Casein Proteins Are Made in Hindi
दोस्तों दूध में दो तरह के प्रोटीन होते हैं व्हे और केसीन और ये दोनों प्रोटीन दूध से ही बनाये जाते हैं अगर आप दूध को फाड़ते हैं या उससे पनीर बनाते हैं तो दूध से ये दोनों प्रोटीन अलग-अलग हो जाते हैं जो दूध का ठोस पदार्थ होता हैं यानि पनीर is casein protein और जो पनीर के बाद हमारे पास लिक्विड बचता हैं वह टोटली व्हे प्रोटीन होता हैं।
व्हे प्रोटीन और केसीन प्रोटीन में समानता – Similarities Between Whey Protein and Casein Protein in Hindi
अब इन दोनों में कई समानता हैं पहला तो ये दोनों मिल्क प्रोटीन हैं दूसरा दोनों ही कम्पलीट प्रोटीन हैं यानी दोनों में ही सारे एसेंशियल अमीनो एसिड्स होते हैं।
व्हे प्रोटीन और केसीन प्रोटीन में अंतर – whey protein or casein protein mein antar
व्हे प्रोटीन और केसीन प्रोटीन में दो बड़े मेजर डिफरेंसेस भी हैं पहला हैं पाचन की गति – (Speed of Digestion)
व्हे प्रोटीन की पाचन की गति – Speed of Digestion of Whey Protein in Hindi
दोस्तों व्हे प्रोटीन बॉडी में जाने के बाद काफी फास्ट डाइजेस्ट होता है क्योंकि यह वॉटर सॉल्युबल होता है यानी आपके पेट में जाने के बाद भी है लिक्विड फॉर्म ही में रहता है जिससे यह काफी फ़ास्ट डाइजेस्ट होता हैं मतलब अगर आपने 10 ग्राम व्हे प्रोटीन लिया हैं तो यह लगभग 1 घंटे के अंदर डाइजेस्ट हो जाता हैं और यह ब्लड में अमीनो एसिड्स के लेवल को फाफी फ़ास्ट बढ़ा देता हैं लेकिन यह जितनी जल्दी उपर जाते हैं उतनी ही फ़ास्ट निचे भी आ जाते हैं।
केसीन प्रोटीन की पाचन की गति – Digestion speed of casein protein in Hindi
लेकिन वहीँ केसीन प्रोटीन बॉडी में जाने के बाद स्लो डाइजेस्ट होता हैं यानि इसे डाइजेस्ट होने में कफी टाइम लगता हैं क्योंकी यह वॉटर सॉल्युबल नहीं होता हैं और पेट में जाने के बाद यह Clots यानि थक्के बना लेता हैं जिससे यह स्लो डाइजेस्ट होता हैं।
अगर आप 10 ग्राम केसीन प्रोटीन कन्ज्यूम करते हैं तो इसे डाइजेस्ट होने में लगभग 3 घंटे लग जाते हैं और यह ब्लड में एमिनो एसिड्स के लेवल को एक दम से नहीं बढ़ता हैं यह आराम से एमिनो एसिड्स को रेलीस करता हैं और 6-7 घंटे तक लेवल को समान बनाये रखता हैं।
व्हे प्रोटीन और कैसिइन प्रोटीन के बीच अमीनो एसिड प्रोफाइल अंतर – Amino Acid Profile Difference Between Whey Protein and Casein Protein in Hindi
व्हे प्रोटीन और केसीन प्रोटीन में दूसरा सबसे बड़ा डिफरेंस हैं एमिनो एसिड प्रोफाइल का
दोनों कम्पलीट प्रोटीन हैं दोनों में सारे के सारे एसेंशियल अमीनो एसिड्स मौजूद होते हैं लेकिन व्हे प्रोटीन में ल्यूसीन की मात्रा अधिक होती हैं जो मोस्ट इम्पोर्टेंट हैं फ़ास्ट मसल ग्रोथ के लिए।
केसीन प्रोटीन में ग्लूटामाइन, हिस्टिडीन, मेथियोनाइन, फेनिलएलनिन की मात्रा ज्यादा होती हैं लेकिन व्हे प्रोटीन में ल्यूसीन की मात्रा अधिक होती हैं जो फ़ास्ट मसल ग्रोथ के लिए बेहद जरुरी हैं तो इस हिसाब से व्हे प्रोटीन एक बेटर चॉइस बन जाता हैं और इसका डाइजेशन भी फास्ट है लेकिन इसका मतलब यह नहीं हैं कि केसीन प्रोटीन अच्छा नहीं हैं। casein protein is also good
केसीन प्रोटीन अच्छा हैं बस समझने वाली बात यह हैं कि अगर आप मसल बिल्डिंग पर हैं तो यह मेटर नहीं करता कि आप कौन सा प्रोटीन ले रहे हैं सबसे जरुरी हैं कि आप अपनी डेली प्रोटीन रिक्वायरमेंट को फुल फिल करें।
फास्ट मसल बिल्डिंग के लिए कौन सा अच्छा है व्हे या केसीन – Casein vs whey for muscle-building in Hindi
लेकिन अगर आप सुबह उठते हैं और सीधा वर्क आउट के लिए चले जाते हैं और वर्कआउट करने के बाद अगर आप आप पोस्ट वर्कआउट मील में एक व्हे प्रोटीन शेक लेते हैं तो यह एक बट्टर चॉइस होगी क्योंकि आप पूरी रात Fasted state में थे और सुबह उठकर सीधा वर्कआउट के लिए चले गए तो इससे आपके बॉडी के एमिनो एसिड्स पूल पूरी तरह से खाली हो गए थे और अब आपको अपने एमिनो एसिड के लेवल को एकदम से उपर ले जाने की जरुरत हैं तो यहाँ पर अब आपको चाहिए व्हेप्रोटीन।
लेकिन अगर आप सुबह की वजाय शाम को वर्कआउट करते हैं तो मैं यहाँ पर भी व्हे प्रोटीन को ही सिफारिस करूँगा क्योंकि ऐसा तो हैं नहीं आप व्हे प्रोटीन शेक लेने के बाद आप डिनर ना करो जाहिर सी बात हैं आप डिनर करके ही सोयोगे।
तो dinner में आप ऐसे फ़ूड ऐड कर सकते हैं जिनमे नैचुरली ही केसीन प्रोटीन होता हैं जैसे अंडे, चिकन, पनीर, टोफू आदि ये सभी आपको केसीन प्रोटीन देंगे जब आप मिक्स प्रोटीन कान्ज्युम करते हैं तो प्रोटीन का डाइजेशन स्लो हो जाता हैं जिससे सोने के बाद पूरी रात आपके ब्लड में एमिनो एसिड का सप्लाई बना रहेंगा।
कौन सा प्रोटीन खरीदें व्हे या केसीन – Which Protein To Buy Whey Or Casein in Hindi
इसलिए केसीन प्रोटीन सुप्प्लिमेंट फॉर्म में खरीदना शायद मेरे हिसाब से सही नहीं हैं इसके और भी कारण हैं पहला यह सुप्प्लिमेंट फॉर्म में व्हे प्रोटीन से महेंगा होता हैं दूसरा यह इजी टू यूज़ हैं इसकी मिक्सेबिलिटी बहुत अच्छी होती हैं तीसरा व्हे प्रोटीन का Taste, Texture Consistency कैसीन प्रोटीन से कहीं ज्यादा बेहतर होती हैं सप्लीमेंट फोम में।
अगर आप व्हे प्रोटीन खरीदने की सोच रहे हैं और नहीं जानते कि भारतीय मार्किट में सबसे बेस्ट हाई क्वालिटी व्हे प्रोटीन कौन सा हैं तो इसके लिए आप हमारा लेख – भारत के 7 सबसे बेहतरीन हाई क्वालिटी व्हे प्रोटीन कौन से हैं इस पोस्ट को पढ़ सकते हैं जो आपको एक सही वही प्रोटीन खरीदने में काफी मदद करता हैं।
इसे पढ़ें – भारत के 7 सबसे बेहतरीन हाई क्वालिटी व्हे प्रोटीन
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निष्कर्ष – The Conclusion
अगर आपका गोल मसल बिल्डिंग हैं और आपको फ़ास्ट रिजल्ट चाहिए तो व्हे प्रोटीन खरीदना एक बेस्ट चोइसे हैं लेकिन अगर आपको कोई जल्दबाजी नहीं हैं आराम से और लम्बे समय में मसल बिल्ड करनी हैं तो मेटर नहीं करता आप कौन सा प्रोटीन ले रहे हैं आप casein प्रोटीन ले सकते हैं बस आपको अपनी डेली प्रोटीन रिक्वायरमेंट को पूरा करना हैं।
मैं हमेशा मसल बिल्डिंग के लिए व्हे प्रोटीन की सिफारिस करूँगा क्योंकि यह easy to use हैं इसका स्वाद अच्छा होता हैं और यह दुसरे प्रोटीन से सस्ता होता हैं ये सभी पॉइंट्स व्हे प्रोटीन को एक बेहतर चॉइस बनाते हैं लेकिन अगर आप कैसीन प्रोटीन की तरफ जाना चाहते हैं तो आप इसकी तरफ जा सकते हैं।